और अगले ही रोज़ महाराणा को उन लोगों के कमलमीर पहुँचने का समाचार मिला। महाराणा कुछ सैनिक साथ लेकर मिलने ले लिए चल दिए। मिलने की व्यवस्था वहां के राजदरबार या महलों में न कर, एक सुन्दर, सुसज्जित शामियाने में की गई थी। महाराणा के बैठने के लिए कुशाओं के बने मोढ़े (आसन) व्यवस्था थी,जब…
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