“क्या?” महाराणा ने बीच में ही बात काटते हुए तनिक जोश के साथ कहा – “मैं आपके साथ आगरा चलूँ, ताकि आपके सम्राट के सामने मस्तक झुककर भीख माँग सकूँ, कि मेवाड़ हमारा घर है, हमारी मातृभूमि है, आप उसे हमें भीख में या उपहार में दे दीजिये ! हम आपको अपना शासक मानकर वार्षिक…
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